Anjali Saxena Shares A Special Poem On Father's Day.

Durlav Sarkar --The Inspiration

 


Anjali Saxena Shares A Special Poem On Father's Day As Mentioned Below 


जन्मदाता : मेरे प्रिय पापा



 पापा मेरे बहुत अच्छे पूज्य सच्चे

 विराट स्वरूप छाया छत्र भाग्य रचते

 आशीर्वाद पोटली प्रेम जीवन सजा बाग

 अनुशासन कड़ा छोटे बड़ों पर विचार में


  डर में साहस में मान सम्मान में पिता 

 माता जन्म से तो पिता जगत में पहचान

 धरती माता तों पिता ऊंचे आसमान

 हर सपना ख्वाहिश इच्छाएं उड़ान पिता


 मां का श्रृंगार खुशी बिंदी चूड़ी पिता

 घर की हर जरूरत मैं उलझे पिता 

 पिता छांव में नमन हजारों बार

 लालन पालन छात्र छाया चलाएंमान


 भगवान स्वरूप पिता, जन्म दाता राह 

 लड़खड़ाते कदमों पर जब सहारा बने पिता

 हौसलों का किनारा ,खामोशी मरहम पिता

 फाइटिंग सॉन्ग जीने की राह दिखाएं


 गलती पर डांटे ,कठोर, मन में दुलार

 हाथ पकड़ के हिंदी लिखना सिखाते 

 मिल बांट एक छत के नीचे रहना सिखाया

 हर मोड़ पर पापा ने संबल बनाया


 पिता वृक्ष छाया तले निश्चित बेफिक्र

 स्नेह ऋण , पापा का साथ, भूल नहीं सकते

 जीवन संस्कार बीज, अपना के साथ।


 अंजलि सक्सेना...... प्रबल 


नवी मुंबई .....महाराष्ट् !

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